सर्दी की धूप और ठंड के फायदे
सर्दी में जहां गुड, गज्जक और मूंगफली बहुत भाती है वही गुनगुनी धूप में इसका आनंद लेना सुखद होता है. ठंड की एक सुबह मणि ने बाते करते हुए बताया कि उसकी दिल से इच्छा है कि पडोसियों की नई कार आ जाए. मुझे बहुत खुशी हुई कि लोग दूसरो के बारे मे भी सोचते हैं.
मेरे पूछ्ने पर उसने बताया कि असल में, आजकल सर्दी की हर सुबह आधा आधा धंटा पडोसी पुरानी खटारा को स्टार्ट ही करते है जब वो स्टार्ट नही होती तो स्कूटर को किक मारते रहते हैं, मारते रहते हैं उससे हर सुबह बहुत disturbance होती है. भगवान करे उनका पुराना स्कूटर और कार अच्छे दाम मे बिक जाए और नई कार आ जाए.
मैं उसकी बात सुनकर मैं माथे पर बल डाल कर कुछ् सोच ही रही थी कि वो ठहाका लगा कर हंसने लगी और कहा कि कई बार जब मन उदास हो तो ऐसी हल्की फुल्की बाते “खास दोस्त” से करके मन हल्का हो जाता है.अब तो मैं भी बिना मुस्कुराए न रह सकी. तभी पडोस से आवाज आई कि कार स्टार्ट नही हो रही जरा स्कूटर की चाबी देना
सर्दी की धूप और ठंड के फायदे
वैसे सर्दी के फायदे बहुत हैं पर हम है कि सर्दी आई नही कि उसे कोसना शुरु कर देते हैं पर भई, इसके भी अपने ढेरो फायदे हैं. सुनिए !!! शरीर हिलता डुलता रहता है तो ओटोमैटिक व्यायाम हो जाता है. किटक़िटाने से दांत मजबूत होते हैं.मुंह से अजीबो गरीब(भयंकर) साज और आवाजे निकलती है कि हम गीतकार के साथ साथ गायक भी बन जाते हैं. मोटे लोग ढके ढकाए रहते है कोई टोकने वाला नही कि आप मोटे हो गए हो.महिलाए रसोई मे ज्यादा समय लगाती है क्योकि काम करते समय गर्माई मिलती रहती है.मेहमानो का आना जाना कम हो जाता है और पानी की बहुत बचत होती है क्योकि नहाना ना के बराबर रह जाता है. कही जाना हो तो चाल मे तेजी आ जाती है कि जल्दी से काम निबटाओ और वापिस भागो … और सबसे अच्छी बात की कि हमारे मुहं से लगातार हाय राम, हाय राम ही निकलता ही रहता है !!! तो भई अच्छी है ना आक्छी , आक्छी …. सर्दी !!
सर्दी की धूप और ठंड के फायदे
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