भावनाओं को समझो
सहिष्णुता या असहिष्णुता जमाने में “भावनाओं को समझो” वाकई सोच का विषय है वैसे ये मजेदार व्यंग्य है इसे पढिए और अपने साथ साथ दूसरों की भावनाए समझिए और खुश या उदास जो मन कहे रहिए …
Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber
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